Suvichar || Savita Bhabhi's Hot Romantic Story 3 | Hindi Stories Sad Story in Hindi
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Suvichar || Savita Bhabhi's Hot Romantic Story 3 | Hindi Stories Sad Story in Hindi
發佈者 Tanaya_
Video Transcription
आज की मजेदार कहानी में स्वागत है आप सबका।
एक दिन मेरे पती शाम को काम से आते समय अपने एक दोस्त को भी अपने साथ घर ले आए।
उस समय थंड का मौसम था।
उस दिन मैं खाना बना चुकी थी।
वह जिसको लेकर आये थे उन्हें मैं पहले से जानती थी।
उनका नाम मुकेश था।
मेरा पती और मुकेश दोनों हाल में आ गए और वहीं बैट गए।
मैंने दोनों के लिए चाय लेकर आया।
दोनोंने चाय पिया और वह दोनों बातें करने लगे।
फिर एक गंटे के बाद मेरा पती बोला,
"सोना आज मुकेश घर पर ही रुकेगा, तुम खाना लेकर आ जाओ।"
मैं बोली, "ठीक है जी।"
और हाँ दोस्तों, मैं अपना नाम बताना तो भूल ही गई।
मेरा नाम शिवानी है, जो की मैं बिलकुल करीना जैसे लगती हूँ,
मैं खाना लेकर आई।
हाल मैं फिर वह दोनों खाने लगे।
मैं उन दोनों के साथ ही बैठी गई।
दीपक जी कुछ कमपनी की बात करने लगे,
और कुछ समय बाद वह लोग खाना खाली है।
उसके बाद मेरा पती ने मुझे ड्रिंक लाने को कहा।
मैं बोली, ठीक है जी।
और फिर दोबारा मेरा पती बोला,
सुनो, साथ ही ताश के गधी भी लाना।
फिर मैं लेकर आई।
दोबारा फिर से मेरा पती बोला,
जाओ, एक कमबल भी लेकर आओ, और यहां नीचे बिचा दो।
मैं नीचे फर्ष पर कमबल फैला दी।
अब उन दोनों का गेम शुरू हो गई।
ताश वाली और मेरा पती जैसे-जैसे नशे में होता गया,
तो वह दोनों कुछ भी दाव लगाने की बात करने लगे।
मुकेश ने धीरे से मेरी और इशारा करते हुए बोला,
मैं भी वही पर थी,
और कुछ देर तक मैं चुप रही।
फिर मैंने दीपक को एक तरफ बुला कर समझाया कि मैं यहां नहीं कर पाऊंगी।
वो बोले, ऐसा कुछ नहीं होगा, मैं उसे जितने ही नहीं दूँगा।
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