Sage bahen ki thukai - Part 2

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Video Transcription

दीदी को टीवी देखते देखते नीद आ गई और दीदी वही मेरी जांग पर सर रखकर सो गई।

मैं टीवी देख रहा था। थोड़ी देर बाद दीदी हिलीं तो उनकी साडी का पल्लू नीचे सरग गया था।

दीदी के संतरे जो की बहुत बड़े थे मुझे साफ दिखाई देने लगे। मेरा आजार खड़ा होने लगा दीदी के संतरे देख कर।

मैंने हिम्मत करके दीदी के एक संतरे पर हाथ रख दिया और धीरे धीरे हाथ फेड़ने लगा।

जब दीदी की तरफ से कुछ विरोध नहीं हुआ तो मैंने हलका हलका दबाना भी शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद दीदी ने करवट ली। दीदी इस बार मेरी जांग पर मुझ उल्टा करके सो गई थी। इस पोजीशन में दीदी का मुझ मेरे आजार पर आ गया �

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था। मैंने भी उनके संतरे से हाथ को हटा लिया था। मैं कुछ डर भी गया था। थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि दीदी ने अपना पैर हिलाया और गहरी नीन में सोने का नाटक करने लगी। मैं समझ गया कि दीदी फूल मूड में हैं। मैंने भी धीरे से अपने हा

खाथ रखकर गोले को धीरे से रगडने लगा। साथ ही मैं नीन का नाटक करता रहा। जब दीदी ने इस पर कोई आपत्ती नहीं दिखाई, तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई। मैं उनकी गोले के छेड़ पर उंगली रगडने लगा। तब ही दीदी ने अपने पैर खोल

देखा गया थी। मैं हिम्मत करके उंगली को गुफा में डालने लगा। तब ही दीदी एकदम से उठ गई और मैं घबरा गया।

हेलो दोस्तो कैसे हो? कहानी इतनी मजेदार है कि क्या बताओ बहन और इसकी बेटी को एक साथ ठुकाई कैसे हुई?

मेरे घर में पापा मम्मी और मेरी एक बहन हैं. पापा टीचर हैं और मम्मी ग्रहनी हैं.

मेरी बहन मुझसे काफी बड़ी हैं. उनकी शादी एटीन साल की आयू में चितोड में एक अच्छे घर में हो गई थी. दीदी की एक बेटी है, वो नाइन्टीन साल की हो गई है. उसका नाम नीरजा है. नीरजा घर में रहकर ही पढ़ाय करती है. दीदी का एक बेटा वि�

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