Meri Chudai Ki Kahani (Series-1)
顯示更多
隱藏
My husband could not make me happy, for this reason I made relations with many men, there was a lot of fire in my body and he could not extinguish my fire but all of them made me happy.
發佈者 BabyAvikajain
Video Transcription
मैं दो बच्चों की मा हूँ, दिली में रहती थी.
ये काहानी आज से चार साल पहले की है.
मैं उस समय 29 साल के थी.
मेरे हैस्बन एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे.
मैं अपने दिल की बात आज सो आपको बता रही हूँ.
क्योंकि कभी-कभी दिल की भी सुनने ज़रूरी होती है.
हाँ, मैं डंकेश चोट पे कहा रही हूँ.
मैंने कई सारे गैर मर्दों से रिष्टा बनाया.
मुझे सेक्स का स्वाद लग गया था गैर मर्दों से.
मुझे वो खुशी नहीं मिली जो मुझे मिलने चाहिए थी.
पर आज मैं आपको पनी बात परद्डरपरद बताओंगी कि कैसे मैंने एक ख़दम रखा.
दोस्तों, आपको लगता होगा कि मैं बच्चेलन हूँ.
मुझे दूसरे मर्दों से सिक्स का रिच्चा कायम नहीं करना चाहिए.
मुझे भी यही लगता था, पर क्या करती?
इस धर्ती पर क्या मेरा यह जन बेकार जाएगा?
क्या मेरे नसीम में वही है जो मुझे नहीं चाहिए?
क्या मुझे जो चाहिए, मैं उसका नाम भी नलू?
और अपने मन को मार कर जिन्दिगी काट दू?
हाँ, मेरे दो दोनों बच्चे हैं, वो मेरे पती से हैं.
पर मैं उनसे उतना ही सिक्स की जिससे बच्चा पैदा हो गया.
पर मुझे कभी भी सारीरी सुख नहीं मिला, मैं अमेसा तरस्थी रही.
पती जब मुझे सेक्स करता, तो मैं वाइल हो जाती थी.
मुझे लगता था कि मेरे पती मुझे अपनी आगोस में भर ले,
मेरे चुछीयों को दबाते रहे, मेरे होट को चूछ ले,
मेरे चूट के रस को चांट ले, मुझे वो करे जो मुझे पसंद हो.
क्योंकि मेरी सरीर का रोम भरी ही नहीं हर्चा था,
मेरे मुझे आह नहीं पर ले.
मेरी सरीर का बनावद एक पर्फेर्ट सेक्सी उरत का था.
मेरी बड़ी बड़ी सुडोल चुछीयों,
...
- 1,339
- 08:32